राजा, ईमानदार किसान, और सुनहरा कद्दू

एक दूर के राज्य में एक बुद्धिमान राजा राज्य करता था। उनका राज्य समृद्ध और शांतिपूर्ण था। लेकिन, राजा अपनी प्रजा की ईमानदारी की परीक्षा लेना चाहता था।

उसने एक अनोखे परीक्षण के बारे में सोचा। उन्होंने अपने मंत्री को बुलाया और अपना विचार साझा किया। मंत्री मान गए और योजना पर काम करने लगे।

उन्होंने बाजार में एक सुनहरा कद्दू रखा। उसके बगल में एक सूचना लटकी हुआ थी। इसने कहा, “यह कद्दू सबसे ईमानदार व्यक्ति का है।”

लोगों ने आकर सूचना पढी। कई ने दावा किया कि वे ईमानदार थे। लेकिन कद्दू को घर ले जाने की किसी की हिम्मत नहीं हुई।

उसी राज्य में एक ईमानदार किसान रहता था। वह अपनी फसल बेचने बाजार आया था। उसने सुनहरा कद्दू और सूचना देखी।

किसान ने सोचा, “मैं ईमानदार हूँ। लेकिन क्या मैं सबसे ईमानदार हूँ?” उसने कद्दू को घर ले जाने का फैसला किया। उनका मानना था कि वह अपने काम में ईमानदार हैं।

राजा ने किसान के बारे में सुना। वे किसान के भरोसे से खुश थे। लेकिन, वह पुष्टि करना चाहता था कि क्या किसान ईमानदार था।

उन्होंने किसान को अपना निजी माली बनने को कहा। किसान राजी हो गया और महल में काम करने लगा। राजा छिपकर किसान का काम देखता।

एक दिन गलती से राजा की अंगूठी बगीचे में गिर गई। किसान को पौधों को पानी देते समय अंगूठी मिली। उसने तुरंत ही अँगूठी राजा को लौटा दी।

राजा किसान की ईमानदारी से प्रभावित हुआ। उन्होंने किसान को सबसे ईमानदार व्यक्ति बताया। किसान को सोने के कद्दू से सम्मानित किया गया।

लोगों ने एक मूल्यवान सबक सीखा। वे समझ गए कि ईमानदारी केवल शब्द नहीं बल्कि कार्य है। अधिक ईमानदार लोगों के साथ राज्य एक बेहतर स्थान बन गया।

This Hindi Moral Story Says That:

कहानी का नैतिक: “ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है।”

Image Credit: https://www.youtube.com/watch?v=eSH74_cXmgc

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