पहाड़ियों में बसे एक अनोखे छोटे से गांव में अहमद नाम का एक किसान रहता था। अहमद एक मेहनती आदमी था, जिसके पास एक सुंदर खेत था जिसमें फ़सलें भरी हुई थीं, और उसके पास एक गधा भी था। गधा बूढ़ा था, और वह कमजोर और दुर्बल दिखाई दे रहा था। इसलिए, कोई भी उसे खरीदना नहीं चाहता था और अहमद उसके साथ फंस गया था।
एक दिन अली नाम का एक आदमी अहमद के पास आया और गधे को कम दाम में खरीदने की पेशकश की। अहमद पहले तो हिचकिचा रहा था, लेकिन उसने सोचा कि गधे को वहीं रहने देने और किसी काम के न रहने से बेहतर है कि उसे बेच दिया जाए। इसलिए, वह अली के प्रस्ताव पर सहमत हो गया, और गधा बेच दिया गया।
अली गधे को घर ले गया, लेकिन उसे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि गधा मजबूत और मेहनती था। वह बिना पसीना बहाए भारी बोझ उठा सकता था, और वह बहुत आज्ञाकारी था। अली ने महसूस किया कि उसने गधे को उसके रूप से गलत समझा था, और उसे खुद पर शर्म महसूस हुई।
अली अहमद के पास वापस गया और गधे के लिए इतनी कम कीमत देने के लिए माफी मांगी। उसने अहमद को बताया कि कैसे उसने गधे को गलत समझा और कैसे उस दिन उसने एक मूल्यवान सबक सीखा। अहमद ने अली को माफ कर दिया और यह देखकर खुश हुआ कि गधे को एक अच्छा घर मिल गया है।
उस दिन से अली ने गधे की देखभाल की और उसका आदर सत्कार किया। गधे ने अली के लिए कड़ी मेहनत की और वे दोनों खुशी-खुशी रहने लगे। उस दिन अली ने जो सबक सीखा, वह कभी भी किसी किताब को उसके कवर से नहीं आंकना था। गधे की तरह, लोग आपको अपनी क्षमताओं और ताकत से आश्चर्यचकित कर सकते हैं, और दिखावे से परे देखना और उन्हें मौका देना महत्वपूर्ण है।